२४ कार्तिक २०८१, शनिबार November 9, 2024

‘मुख्यमन्त्रीके लाग सोडारीहे करल सर्मथन गैरसंवैधानिक’

६ बैशाख २०८१, बिहीबार
‘मुख्यमन्त्रीके लाग सोडारीहे करल सर्मथन गैरसंवैधानिक’

धनगढी, ६ बैशाख । नागरिक उन्मुक्ति पार्टी (नाउपा)के बहुमत सांसद कैलाश चौधरी संसदीय दलके नेता नैरहल कहटी प्रदेश प्रमुखहे पत्र बुझैले बाटै ।
एकीकृत समाजवादीके दीर्घ सोडारीहे मुख्यमन्त्री नियुक्तिके लाग पेश हुइल दाबीमे नाउपा संसदीय दलके नेताके रुपमे कैलाश हस्ताक्षर करल रहिट । नेकपा एमाले, माओवादी केन्द्रके समेत समर्थनमे दाबी पेश करल सोडारीहे प्रदेश प्रमुख नजिर मियाँ मुख्यमन्त्री नियुक्त करसेकल बाटै ।
मने नउपाके बहुमत सांसद भर कैलाशसे करल समर्थन गैरसंवैधानिक रहल बटैले बाटै । सुदूरपश्चिम प्रदेशमे नाउपाके ७ सांसद रहल बाटै । जौन मध्ये ५ सांसद प्रदेश प्रमुख मियाँहे बुझाइल पत्रमे संसदीय दलके नेता घनश्याम चौधरी रहल बटैले बाटै ।
चौधरीसहित खुसीराम चौधरी, रामेश्वर चौधरी, इन्दिरा गिरि ओ लक्ष्मणकिशोर चौधरीसे बुझाइल पत्रमे कहल बा, ‘नागरिक उन्मुक्ति पार्टीके दलके नेता कहटी माननीय प्रदेश प्रमुखलगायत अन्य निकायमे कहीं, कतै, कुहीसे पत्राचार करलमे उ अमान्य किल नैहो, किर्ते हो ।’

उहाँहुक्रे एकीकृत समाजवादीके सोडारीहे मुख्यमन्त्रीमे समर्थन नैरहल समेत बटैले बाटै । केन्द्रमे गठबन्धन फेरलसँगे नाउपाके सुदूरपश्चिममे विवाद रहल बा । बहुमत सांसद पार्टी संरक्षक रेशम चौधरी पक्षके बाटै ओ कांग्रेस सरकारहे साथ डेहल रहिट ।
मने अध्यक्ष रञ्जिता श्रेष्ठ सरकारसे फिर्ता अइना डेहल निर्देशन कार्यान्वयन नैकरल कहटी कारबाही करल रही । उहाँ समानुपातिक सांसद इन्दिरा गिरिहे पदमुक्त करल पत्र पठाइल रही, जिहीहे सभामुख सदर फेन करल रहिट । मने सर्वोच्च अदालतसे उहाँहे पदमुक्त नैकैना आदेश डेले बा ।
रञ्जिता संसदीय दलके नेता घनश्यामहे ३ महिनाके लाग निलम्बन कैना पत्र फेन पठाइल रही । दल नेताबारे अलमल रहल बेला नाउपाके कैलाश चौधरी एमाले ओ माओवादीके समर्थनमे, अनि लक्ष्मणकिशोर कांग्रेस ओ एकीकृत समाजवादीके समर्थनमे मुख्यमन्त्रीमे दाबी समेत पेश करल रहिट ।
एकीकृत समाजवादी ओ कांग्रेससँग सहकार्यसे केन्द्रके सत्ता गठबन्धनमे खैलाबैला सुरु हुइल रहे । अनि प्रधानमन्त्री पुष्पकमल दाहाल प्रचण्ड सुदूरपश्चिमके मुख्यमन्त्री नाउपाके साटो एकीकृत समाजवादीहे डेना सहमति करल रहिट ।
लगतै एकीकृत समाजवादीके संसदीय दलके नेता सोडारी प्रदेश प्रमुख कहाँ पुगके लक्ष्मणकिशोरहे डेहल समर्थन फिर्ता लेहल रहिट । बिफेक रोज एमाले, माओवादी ओ नउपाके रञ्जिता पक्षके समर्थनमे सोडारी मुख्यमन्त्री बनल बाटै ।
मने रेशम पक्षका सांसदहरु उनको विपक्षमा उभिएका छन् । रञ्जिता पक्षके दुई प्रदेशसभा सदस्य कैलाश चौधरी ओ टीका थापाके भर उहाँहे समर्थन रहल बा ।