१० चैत्र २०८१, सोमबार March 24, 2025

९औं राष्ट्रिय थारू साहित्य सम्मेलन बर्दियामे हुइना

७ फाल्गुन २०८१, बुधबार
९औं राष्ट्रिय थारू साहित्य सम्मेलन बर्दियामे हुइना

धनगढी, ७ फागुन । ९औं राष्ट्रिय थारू साहित्य सम्मेलन बर्दियाके जोतपुरमे हुइना हुइल बा ।
थारु लेखक संघ ओ जंग्रार साहित्यिक बखेरीके आयोजनामे इ बरस बर्दिया जिल्लाके राजापुर वडा नम्बर २ जोतपुरमे इहे फागुन १६ गतेसे १७ गतेसम डुई दिनसम सम्मेलन हुइना हुइल हो ।
सम्मेलनमे राष्ट्रिय स्तरके साहित्यकार, लेखक, स्रष्टाहुक्रनके उपस्थिति रहना थारू साहित्य राष्ट्रिय सम्मेलनके मूल आयोजक समितिके संयोजक एवं थारू लेखक संघके केन्द्रीय अध्यक्ष कृष्णराज सर्वहारी जानकारी डेलै ।
थारू भाषा, साहित्य, कला संस्कृतिके प्रवद्र्धनमे सहयोग पुगैना उद्देश्यसे आयोजना हुइना सम्मेलनमे समकालीन साहित्य, कला तथा संस्कृतिबारे बहस हुइनाके साथे स्रष्टा एवं सरोकारवालासँग बृहत् अन्तरक्रिया ओ प्यानलमा छलफल कैना उहाँ बटैलै ।

इहीसे आघे गैल बरस संघसे सुनसरी जिल्लाके गढी गाउँपालिका २ गढीनाथमे आठौँ राष्ट्रिय थारू साहित्य सम्मेलन कैटी ९ बुँदे घोषणापत्र जारी करल रहे । थारु लेखक संघ नेपाल ओ हौली परिवारके आयोजना तथा नेपाल प्रज्ञा प्रतिष्ठान, एआईपीपीके सहकार्यमे २०८० माघ २६ से २७ गतेसम डुई दिने साहित्य सम्मेलन हुइल रहे ।
सम्मेलनसे जारी करल ९ बुँदे घोषणा पत्रमे थारु भाषा, साहित्य, सस्कृति, उत्थानके लाग थारु साहित्यिक संघ सस्था, लेखक, साहित्यकर, सम्पादकहुक्रे एकजुट होके सहकार्य कैना निर्णय करल रहे ।
ओस्टके थारु मातृभाषामे पठनपाठन कार्यान्वयनके लाग थरुहट क्षेत्रके विद्यालयमे पालिकाहुकनसे पहल कर्ना, थारु लोक साहित्यकार हुकनके सुचिकरण कैके पाण्डुलीपी प्रकाशनके लाग संयोजना कर्ना, थारु भाषाके थप सम्वृद्धिके लाग अनुवाद साहित्यहे जोर डेना, थरुहट क्षेत्रके प्रत्येक पालिकाहुकन थारु भाषा, साहित्य ओ संस्कृतिक संरक्षण, विकासके लाग रकम छुट्याइक लाग पहल कैना तथा दवाव डेना निर्णय हुइल रहे ।
वडा न २ कार्यालयहे नेपाल प्रज्ञा प्रतिष्ठान एआईपीपी, हौली परिवारके आजिवन सदस्यता लेके कार्यक्रम सफल बनैना आजिवन सदस्य तथा आर्थिक भौतिक सहयोग कर्ना सक्कु सुभेच्छुक, मिडिया, सुरक्षाकर्मी लगाएत मेह्रमेह्रीक जिल्लासे कार्यक्रम सहभागि सक्कुहुकन धन्यवाद ज्ञापन कैगिल बा ।
थारु लेखक संघके आयोजनामे २०७३ सालमे दाङसे शुरू हुइल थारू साहित्य सम्मेलन डुसरा कैलालीके पटेला, टिसरा बर्दियाके बह्रैयाताल, चौठा रुपन्देहीके उचडिहुवामे, पाँचौ सुर्खेतके वीरेन्द्रनगरमे, छैठौ कञ्चनपुरके कृष्णपुरमे, सातौँ बाँकेके राप्तोसोनारी ओ आठौँ सुनसरीमे हुईल रहे ।