७ फाल्गुन २०८१, बुधबार February 19, 2025

कृषि कर्ममे पूर्वजनप्रतिनिधि

५ माघ २०८१, शनिबार
कृषि कर्ममे पूर्वजनप्रतिनिधि

धनगढी, ५ माघ । चारुओर बन्वासे घेरल सुनसान ठाउँ । वहाँ रहल बरवार टल्वा किनारमे खरसे छाँइल छोटमोट कच्ची घरमे अचेल भेटजैठै, पूर्वजनप्रतिनिधि कमलप्रसाद चौधरी ।
कुछ बरस पहिले वडाके बागडोर सम्हारल उहाँहे अब्बे स्थानीय जातके मुर्गी ओ मच्छी सम्हर्ना अक्के फुर्सट नैहो । कैलारी गाउँपालिका–७, रतनपुरके चौधरी स्थानीय तहके पहिल निर्वाचनसे उहे वडाके वडाध्यक्षमे निर्वाचित हुइल रहिट । पाँच बरस वडाके जिम्मेवारी पाछे अब्बे उहाँ कृषि कर्ममे सक्रिय बाटै । वडा नम्बर ७ मे रहल वसन्ता बन्वास्थित नम्की टल्वा ठेक्का लेके व्यावसायिक माछापालन करटी रहल बाटै । ओस्टके पाँच सय जत्रा लोकल मुर्गा फेन पल्टी रहल बाटै ।
जनप्रतिनिधि होके काम करेबर हरबखत जनताके पक्षमे मजा काम करे खोज्लेसे फेन सक्कु जनहनहे सन्तुष्ट पारे ओ चित्त बुझाइ नैसेकल उहाँके अनुभव रहल बा । हस्ताक्षर कराइक लाग जनता आपनहे हप्काइल स्मरण कैटी उहाँ कहलै, “उ बेला जनताके गाली ओ ताली डुनु खाजाए । अब्बे मै रोजल जीवन बाँचे पाइल बाटुँ ।”
अपने पुनः जनप्रतिनिधि नैहुइलमे कृषि कर्ममे लग्ना पूर्वयोजना रहे, चौधरीके । ओहेमारे वडाध्यक्ष रहल बेला घरही लग्गे डुईठो पोखरी बनाके माछापालन सुरु करल रहिट । उ बेला बनाइल पोखरी अब्बे मच्छीनके भुरा बह्रैना काम आइल बा ।
पाँच बरसके लाग छ लाख १० हजार रुपियाँमे १० बिघाके टल्वा ठेक्कामे लेहलपाछे घरे रहल पोखरीहे भुरा बह्राइक लाग प्रयोग करटी रहल उहाँ जानकारी डेलै । “१० बिघा टल्वामे मच्छी पालल डुई बरस किल हुइल बा,” उहाँ कहलै, “गैल बरस मै मच्छी बेँचके बैङ्कके किस्ता टिर्नु ।”
टल्वाके मच्छीनसे फेन पोखरीके भुरासे ढेर आर्थिक लाभ लेना योजना बनाइल उहाँके कहाइ रहल बा । “भुरा बिक्री कैके ढेर आम्दानी कैना सोच बनैले बाटुँँ,” उहाँ कहलै, “अब्बे मुर्गी फेन बाटै । इहीनसे फेन आम्दानी हुइना अपेक्षा रहल बा ।”