दाङ जिल्लाके घोराही उप–महानगरपालिका वडा नं ११ साँघुके गायिका रिता चौधरी थारु गायक मध्ये एक हुइटैं । सुमधुर स्वर, कला, गला खानी हुइटी रिता चौधरी । डाइ साबित्री चौधरी ओ बाबा वीरबहादुर चौधरीके कोखसे २०५५ साल १२ महिनाके १२ गते इ धर्ती मे पाइला टेकलैं । थारु आधुनिक गीत ओ लोक गीत गाके सांगीतिक क्षेत्रमे अपन फरक पहिचान बनाके चर्चित थारु गायिकाके रुपमे स्थापित हुइल बटी । ओहकान अब्बे एक दर्जन सम थारु ओ नेपाली गीत बजारमे आसेकल बा । इहे क्रममे पत्रकार सागर कुश्मीसे करल छोटमिठ बातचित यहाँ प्रस्तुत कैल बा ।
१. रिता बाबु अप्ने गायन क्षेत्र ओर कहियासे लगली ? गीत गैना प्रेरणा कहाँसे पैली ?
मै पहिलचो रेडियो तुलसीपुरम नीता दिदी एकठो कार्यक्रममे माँगर गाके बिजेता हुइल रहुँ । ओहे कार्यक्रम ठनसे मोर झुकाव ढिरे ढिरे बहर््टी गैल । मै छोट्टेसे गीत गाँउ । २०७४ सालमे गाइल फेसबुकमे च्याट करली कना गीत हो । यहै.से मोर औपचारिक सांगीतिक यात्रा सुरु हुइल हो ।
२. अप्नेक बाल्यकाल कैसिक बिटल बटा डिना ? जिन्गीमे सबसे यादगार पल कुछ बा, जौन कबु नै भुले सेक्ना ?
मोर बाल्यकाल छोटिम बुक्रीभाँरा खेल्के बुडी हुकन संग खेल्ना, बुडीनसे गीत गैना ओस्टेक स्कुल पर्हे जाके बिटल । बालापन ठिकठिके बिटल । जिन्गीम महि सबसे यादगर पल घरम् ढारल पैसा चोर्के भैया, मै, मोर गोही मिठाई खाइ जाइबेर पैसा बोकक् लाग झगरा खेलल् ओ घरे ढारल रलक् सहट (मढरीक रस) चोराके संघरियन खवइलक् बात कब्बु नैभुल्ना याद हो ।
३. अब्बेसम नेपाली ओ थारु मिलाके सक्कु कै ठो सम गीत गासेक्ली ?
अब्बेसम मै नेपाली ओ थारु मिलाके १ दर्जन सम गीत गाकेक्ले बटुँ । अभिन टमान गीत लावा लावा गीत अइना क्रम जारी बा । मै अपन थारु भासक् गीत गैना मन परैठुँ । थारु गीत गैना महिन गर्व लागठ ।
४. गीत संगीत क्षेत्रमे लागके का पैली ओ का गुमैली ?
गीत संगीतम लागके ढेर मनैनसे परिचित हुइनु । नाम कमैनु । ओ बात कत्ना मनैनहे अपन पहिचान बनाके डेखैनु । मने गीत संगीतम लग्नु टे जहाँ तहाँ जाइट कैह्के बात कट्ना मनैंन बात बुझाइ सेक्नु । इ क्षेत्र कलक् संघर्ष कैके आघे बहर््ना ठाउँ हो । अपन करियर बनैना ठाउँ हो । आझ एम्ने लागके मै अपन डाइ बाबनके नाउँ उठाइ सेक्नु । अट्रै पैले बटुँ । अभिन बहुत कुछ कर्ना बाँकी बा ।
५. अप्ने सक्कु मेराइक गीत गाइल डेख्जाइठ । खास कैके कसिन गीत हे प्राथमिकता डेठी ? खास कैके कैसिन गीत मन परठ ?
महिन गीत टे सक्कु किसिमके मन परठ । उहे फे मै खास कैक थारु पुरान पुरान गीतहे प्राथमिकता डेठुँ । काहे कि हमन नयाँ गीत संगे पुरान भासा संस्कृतिके जगेर्ना कर्ना बा । हमार थारु भासा संसकृतिहे पुस्टा हस्तान्तरण कैना जरुरी बा ।
६. अपन गाइल गीत मध्ये सबसे मन पर्ना गीत कौन हो ?
मै अपन गाइल गीत मनसे सबसे मन पर्ना गीत–ए हाँ री टुहिन डेख्कन भाटु हो लगठा महि दर
लप्पन छप्प्न नैजन्ठु भाटु हो लैजिहो आपन घर.. । इहे हो । एम्ने हमार थारु संस्कृति से जोरल बा। एम्ने हमरे चार जाने मिलके गैले बटी
७. गीत गाके यहाँ सम पुग्ली । इ समय मे कैसिन कैसिन दुख, समस्या, ओ बाधा आइल ?
कबुकाल्ह कार्यक्रमम जाइबेर रात बिरात होजाइठ । घर दुर रहलमे उहे रात बैठे परठ । बात ढेर कट्ठैं । उ सहे परठ । ओस्टेक कबुकाल्ह भुँख पियास लागठ । घरके जसिन नै मिलठ बैठ्ना खैना । कबु घर अइना जैना ठाउँ कहल ब्यालम गाडी मोटर नै मिलठ । अस्टे अस्टे समस्या भोगे परठ ।
८. एक्ठो सफल गायक बनक लाग का का करे परठ ? संगीत साधना कहाँसे सिख्ली ?
एक्ठो सफल गायक बनक् लाग धढर संघर्ष करे परठ । जहाँ इच्छा वहाँ उपाय कठैं ओस्टेक जसिन बाधा अड्चन अइलेसे फे अपन बिचारमे ढर्य करेसेके परठ । अपन भित्री दिलसे लगले रहे परठ । मै संगीत साधना कहुँसे सिखल नैहुँ । अपन बाबा डाइ बुडी से संगे गाके सिख्नु ।
९. गायन बाहेक आउर कहाँ कहाँ समय बिटाइटी ?
घरहिक काममे बटुँ । खेतीपातीमे । अब्बे बि. एड. मे पढाइ चालु बा । सँपार हुइल बेलामे सिलाइ बुनाइ करठुँ । खाली रहल बेलम् गीत गैठुँ ।
१०. मनैंनके जिन्गीमे गीत संगीतहे कैसिक परिभाषित कर्ठी ?
मनैनके जिन्गीम केक्रो मनसे मिल्ना गीत रहठ । कोइ चन्चल स्वभाव के मनै रठैं । कोइ निराश गीत मन पर्ना मनैं । उह फे गीत संगीतले मनैन आनन्द डेनाके, कोइ जहन रुवाइठ टे कोइ जहन हँसाइठ ओ नचाइठ । संगीत कलक मनैंनहे जिए सिखैना माध्यम हो । कोइ फे मनै संगीत बिना बाँचे नैसेकही । संगीत मनहे हल्लुक कैना ऐना हो ।
११.अन्तमे कुछ बाँकी बा कि कहे पर्ना छुटल बात ?
अन्तमे अप्नेहन धन्यवाद डिहे चाहटुँु । मोर मनके बात बटैना मौका मिलाडेली । मै रिता चौधरी हन मैयाँ कर्ना सक्कु मैगर मैगर संघरिया हुकन ढेर ढेर सम्झना । महिहे साठ सहयोग कर्ना मोर डाइ बाबा हन सेवा ढोग । यदि अप्नेनके फेन इ क्षेत्रमे लगना चाहटी कलेसे दिलसे लागी एक ना एक दिन जरुर सफलता मिली । धन्यवाद ।