७ बैशाख २०८१, शुक्रबार April 19, 2024

नाकाके अवस्था बुझकलाग गोरपासु

२१ मंसिर २०७९, बुधबार
नाकाके अवस्था बुझकलाग गोरपासु

सागर कुस्मी
हसुलिया। नेपाल भारत सिमाना नाकामे साहित्यकारनके बगाल गोरपासु साहित्यिक नाका यात्रा कैना बटागैल बा ।

डेउखरके साहित्यकार नीम बहादुर थापा ओ छविलाल कोपिलाके बगाल नाका यात्रा करक लाग बटैं । कैलालीके जिल्लाके कैलारी गाउँपालिकाके सिमानासे छुवल सिमाना, मोहनपुर, शिवरत्नपुर ओ हौसलपुर गाउँ यात्रा कैना नीम बहादुर थापा बटैलैं ।

उहाँ कहलैं, गैल बरस मोहनपुर साहित्यिक कार्यक्रम निप्टाके नेपाल ओ भारतके सिमानामे रहल कुछ पिल्लरके बारेमे अवलोकन कैगैल रहे । मने अप्कि मोहनपुर गाउँक कार्यक्रम सेक्के गाउँक आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक ओ भौगोलिक अवस्थाके बारेम गाउँ मनैंनसे बातचित बटवइना बटैलैं ।

मोहनपुर, शिवरत्नपुर ओ हौसलपुर इ टिनु गाउँ मोहना लडियाके ओहपार परठ । इ गाउँक् मोहना लडियासे बहुत पिडित गाउँ हो । यहाँ जाइक लाग बहुत कठिन डग्गर बा ।

अइना पुस १४ गते शिवरत्नपुर जाके गाउँक मनैंनसे अन्तरक्रीया छलफल कैना दांग डेउखर के साहित्यकार छविलाल कोपिला बटैलैं । गैल ५ बरसके डौरानमे स्थानीय सरकार कटरा विकास हुइल बा ओ अइना दिनमे का का काम हुइटी बा, गाउँक लोगनसे बैठके बात बटवइना बटैलैं । शिवरत्नपुर गैल बर्खाके समयसे कुछ घर विस्थापित होके बैजपुर गाउँक लग्गे बनुवाँमे शरण लेके बैठल बा ।

ओस्टेके हौसलपुर गाउँ पुगके फे गाउँ सक्कु जहन से बैठके छलफल हुइना साहित्यकार लोग जनैलैं ।
आउर गाउँ जटरे सुविधा हुइलेसे फेन अभिन हौसलपुरके लर्का भारतमे पर्हे जैना बाध्यता बटिन ।

अइसिन समस्याहे हलि समाधान करक लाग स्थानीय सरकार, सम्बन्धित निकाय, सरोकार वालनसे बैठके बातचित कैना नाका यात्री लोग बटैलैं । इ यात्रा पुसके १३ गते मोहनपुर, ओ १४ गते शिवरत्नपुर, हौसलपुर गाउँ पुग्ना नाका यात्रीन बटैलैं ।

अस्टेके २०७१ ओ ०७२ सालमे इहे बगाल डेउखरके डख्खिनमे पर्ना नाका मुसी, खबरी, गुरुङ, चिरिया, पतौली, खंग्रा, कोइलावास लगायत नाका अध्ययन अवलोकन कैसेक्ले बा । उ साहित्यिक नाका यात्रामे कैलाली, बर्दिया, दांग लगायतके साहित्यकार ओ पत्रकार लोगनके ३ दिनके नाका यात्रा सफल हुइल रहे । साहित्यकार नीम बहादुर थापाके “नाकाबासीका सपना” कना पोस्टा फेन प्रकाशित होसेकल बा ।