१० आश्विन २०८२, शुक्रबार September 26, 2025

कैलाली उद्योग वाणिज्य संघके लावा नेतृत्वके लाग रुपेश स्वाँर प्यानल घोषणा

१५ भाद्र २०८२, आईतवार
कैलाली उद्योग वाणिज्य संघके लावा नेतृत्वके लाग रुपेश स्वाँर प्यानल घोषणा

धनगढी, १५ भदौ । कैलाली उद्योग वाणिज्य संघके लावा नेतृत्व चयनके अध्यक्ष पदके उम्मेदवार रूपेश स्वाँर आपन प्यानलसहित १८ बुँदे घोषणापत्र सार्वजनिक करले बटै ।
इहे भदौ २८ गते हुइ जैटी रहल संघके ५१औं साधारण सभा तथा चुनावी अधिवेशनके लाग अँट्वारके धनगढीमे विशेष कार्यक्रमके बिच उहाँ व्यवसाय ओ व्यवसायीके सुरक्षा : हमार प्रतिवद्धता सहितके प्रमुख एजेन्डा रख्टी घोषणापत्र सार्वजनिक करल हुइट ।
स्वाँर उद्योग–व्यापारके संरक्षण, लगानीके सुरक्षा ओ व्यवसायीके हकहितहे प्राथमिकता डेटी आपन नेतृत्व चयन हुइलेसे व्यवसायमैत्री वातावरण सिर्जना कैना प्रतिवद्धता व्यक्त करले बटै । उहाँ कहलै, “कैलाली उद्योग वाणिज्य संघ नेपालके ‘क’ वर्गके प्रतिष्ठित संस्था हो । यी संस्थाके नेतृत्व कैना गौरवके साथे चुनौती फेन हो । अब्बे उद्योग व्यवसाय गम्भीर संकट ओ चुनौतिसे गुज्रटी रहल बा । ओहेमारे हम्रे व्यवसाय, व्यवसायी ओ लगानीके सुरक्षाहे मूलमन्त्र बनाके आघे बह्रब ।”
उहाँके प्यानलसे वरिष्ठ उपाध्यक्षमे केशवराज जोशी उम्मेदवार बनल बटै । जोशी वर्तमान उपाध्यक्ष फेन हुइट । ओस्टके, उपाध्यक्ष (उद्योग) मे लक्ष्मणराज पन्त, एसोसियट उपाध्यक्षमे अनिलकुमार भुजनिया, वाणिज्य उपाध्यक्षमे राधिका चौधरी ओ वस्तुगत उपाध्यक्षमे सिद्धराज पनेरु उम्मेदवार रहल बटै ।
महासचिवमे सुरेश पाण्डेय, कोषाध्यक्षमा तिलक बोहरा ओ सचिवमे प्रकाशकुमार चन्द उम्मेदवार रहल बटै । सदस्यमे रुपेश खड्का, अम्बिका भण्डारी, मिलन कुँवर, प्रेमबहादुर धामी, भरतबहादुर थापा, नेत्रप्रसाद तिवारी, देवराज जोशी, तेज बम, शुभशंकर ठाकुर, दिपेश राठोर, अमर चोखाल, प्रमिला पाठक ओ मन्जु भट्ट उम्मेदवार रहल बटै ।
घोषणा कार्यक्रममे कैलाली उद्योग वाणिज्य संघके वर्तमान अध्यक्ष पुष्पराज कुँवर फेन सहभागी रहल रहिट ।
उहाँके घोषणापत्रके मुख्य बुँदामे व्यवसाय ओ व्यवसायीके कानुनी तथा प्रशासनिक समस्या समाधानके लाग विशेष पहल कैना, स्टार्ट–अप, नवप्रवर्तन ओ युवा उद्यमशीलताहे कोषमार्फत सहयोग, विपद् व्यवस्थापन कोषके स्थापना, अस्थायी कोरेन्टाइनहे स्थायी स्वरूपमे स्थापना कैना पहल, बैंक, वित्तीय संस्था, कर, भन्सार ओ बीमा क्षेत्रमे डेखल समस्याके समाधान कैना रहल बा ।
ओस्टके सीमापार अवैध व्यापार, चोरी निकासी तथा पैठारी नियन्त्रणके लाग कडाइ, नाकामे हेल्पडेस्क स्थापना कैके आयात–निर्यात सहज ओ पारदर्शी बनैना, कृषि, गैरकृषि तथा औद्योगिक उत्पादनके वैज्ञानिक बजारीकरणके लाग सरकारी तथा सरोकारवालासँग समन्वय, संघके सदस्यहुक्रनके अभिलेखीकरण, नवीकरण ओ सदस्यता प्रक्रियाके डिजिटलाइजेशन, धनगढी लगायत प्रमुख बजारमे रात्रीकालीन व्यवसाय सञ्चालन, धनगढीके पार्किङ समस्या समाधान ओ लगानी सम्मेलनके आयोजना, व्यवसायीके गुनासा संकलन तथा सम्बोधनके लाग अनलाइन–अफलाइन संयन्त्र विकास कैना रहल बा ।
ओस्टके औद्योगिक क्षेत्रके स्थापना, सहज विद्युत आपूर्ति, यातायात ओ पूर्वाधार विकासमा पहल, महोत्सवहे व्यवस्थित कैना, घोषणापत्रमे सुदूरपश्चिम महोत्सवहे व्यवस्थित, पारदर्शी ओ स्थानीय उत्पादन, कला–संस्कृति तथा नुकल प्रतिभाहे प्रोत्साहन कैना रहल बा ।