सुखड। मुलुकमे लोप हुइटी रहल उल्लु तथा गुजरीया संरक्षणके निम्ति कैलालीके घोडाघोडी नगरपालिका– ४ घोडाघोडी वर्ड सेन्चुरी क्षेत्र रहल माघी होमस्टे गाउँमे ‘नेपाल लाटोकोसेरो तथा हुचिल महोत्सव २०७९’ हुइल बा ।
चरा संरक्षण नेटवर्क, कैलाली ओ प्रकृतिका साथीहरू संस्थाके आयोजनामे १० औँ संस्करणके रूपमे घोडाघोडीमे महोत्सव आयोजना हुइल हो । एक कार्यक्रमके बिच कैलाली क्षेत्र नम्बर ३ के सांसद गंगाराम चौधरी महोत्सवके उदघाटन करल रहिट ।
महोत्सवके उदघाटन करटी प्रतिनिधिसभा सदस्य गंगाराम चौधरी यकर संरक्षणके लाग करल महोत्सवसे उल्लुके संरक्षणसंगे पर्यटनहे समेत टेवा पुग्न उहाँ बटैलै । पछिल्का समय नेपालसे टमान प्रजातिके जनावर तथा पंक्षी लोप हुइना क्रम ढेर रहल ओरसे यिहीहे रोक्न सक्कुु जाने लागे पर्ना उहाँ बटैलै । महोत्सव अवलोकनके लाग टमान ठाउँसे दर्शक माघी गाउँमे आइल बटै । महोत्सव स्थलमे उल्लु तथा गुजरीके टमान प्रदर्शनी सामाग्री अवलोकन, स्थानीय परिकार ओ स्थानीय सांस्कृतिक नृत्य प्रदर्शन कैजैटी बा ।
यकर संरक्षण करे सेक्लेसे यी ओ अस्टे पन्छीसंग रमैना बाह्य पर्यटक नेपाल भित्रयाई सेक्ना कहटी सम्बन्धित निकायके ध्यान यहोरओर जैना जरुरी रहल चरा संरक्षण नेटवर्क, कैलालीके अध्यक्ष डिआर चौधरी जानकारी डेलै । उल्लु ओ गुजरीया जातके पक्षी चोरी सिकार बह्रलपाछे संरक्षणके अभावमे लोप हुइटी गैल बा ।
नेपालमे २३ प्रजातिके उल्लु पाजाइठ पछिल्का समय अवैध चोरी सिकारी, बन जंगलमे हुइना लुकरी ओ विषादीके अत्यधिक प्रयोगसे उल्लु लोप हुइटँी गैल बटै ।
घोडाघोडीमे लग्ना २ दिने महोत्सवसे यकर संरक्षणमे टेवा पुग्न विश्वास करल बा । उल्लुहे किसानके संघरियाफे कहिजाइठ । कृषकसे मेहनत करके उब्जाइल अन्नबाली खाके दुख डेना मुसहे उल्लुके मुख्य खाना हो । जिहीसे राती केल आँखी डेख्ठै ओ रातके केल यी मुसाके सिकार कैना ओरसे यिहीसे मुसासे किसानहे छुटकारा डेना बटजाइठ ।
यी पक्षी झट्ट हेरेबेर मुरी बिरारिया जैसिन डेखलेसेफे यकर शरीर पक्षीके रहठ । मने यकर सख््या बर्सेनि घट्न क्रममे बा ।
पहुरा दैनिकसे